Aatma Ka Wajan Kitna Hota Hai: आत्मा के बारे में तरह-तरह की बातें सुनने को मिलती हैं। कहते हैं आत्मा अमर है, वह कभी नहीं मरती। आत्मा एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करती है, अर्थात इन सब से एक बात तो स्पष्ट है कि आत्मा तब तक हमारे अंदर रहती है जब तक हम जीवित हैं। अब सवाल यह भी उठता है कि जिस तरह शरीर के सभी अंगों का एक निश्चित वजन होता है, उसी तरह आत्मा का भी कुछ न कुछ वजन जरूर होगा है।
आत्मा क्या है, शरीर में कैसे प्रवेश करती है और शरीर से बाहर कैसे निकलती है, इस पर विज्ञान आज तक कोई ठोस प्रमाण नहीं ला सका है। हालाँकि एक शोध में यह साबित करने की कोशिश की गई कि आत्मा (Soul) का भी वजन होता है।
सनातन धर्म और दुनिया के सभी धर्म और सम्प्रदाय यही कहते हैं कि आत्मा कभी नहीं मरती, वह सदैव जीवित रहती है। यह बस समय के साथ शरीर बदलती रहती है, लेकिन विज्ञान इस सिद्धांत को मानने से इंकार करता है, उसका मानना है कि इस दुनिया में जो भी है, उसका अंत निश्चित है। खैर, अब हम उस शोध पर वापस आते हैं और आपको इसके बारे में बताते हैं।
आज के इस लेख में हम आपको आत्मा का वजन कितना होता है, आत्मा में कितना वजन होता है के बारे में जानकारी देने वाले है, तो आइये जानते है –
आत्मा का वजन कितना होता है (Aatma Ka Weight Kitna Hota Hai In Hindi)
आत्मा का वजन करीब 21 ग्राम होता है। एक प्रयोग के प्रमुख डॉ. डंकन डगल के मुताबिक, जिन छह मरीजों पर प्रयोग चल रहा था, उनमें से एक मरीज का वजन मौत से पहले और बाद में बदल गया था, यह अंतर करीब 21 ग्राम का था।
शोध कब किया गया था –
यह शोध वर्ष 1909 में डंकन डगल नामक डॉक्टर ने अपने चार सहयोगियों के साथ मिलकर किया था। इस प्रयोग में उन्होंने कुछ ऐसे इंसानों का वजन किया जो मौत के बेहद करीब थे यानी जो जानते थे कि आने वाले समय में उनकी मौत हो जाएगी। इसके बाद जब उनकी मौत हो गई तो उनका दोबारा वजन किया गया। इस दौरान वैज्ञानिकों को एक हैरान कर देने वाली बात पता चली। दरअसल, इस प्रयोग के प्रमुख डॉ. डंकन डगल के मुताबिक, जिन छह मरीजों पर प्रयोग चल रहा था, उनमें से एक मरीज का वजन मौत से पहले और बाद में बदल गया था।
यह अंतर करीब 21 ग्राम का था, यानी इन शख्स का मरने से पहले जितना भी वजन था, मरने के बाद उसके वजन में 21 ग्राम की कमी आ गई। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऐसी कमी सभी मृतकों में देखी गई, लेकिन वजन का अनुपात सभी में एक जैसा नहीं था। हालाँकि, अंत में डॉक्टरों ने निष्कर्ष निकाला कि आत्मा का वजन लगभग 21 ग्राम है।
1909 में जब डॉ. डंकन ने आत्मा के वजन पर शोध किया तो उनके साथ कई अन्य डॉक्टर भी इस शोध में शामिल थे। जब उन्होंने अपने शोध के बारे में बात की और कहा कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि आत्मा का वजन 21 ग्राम होता है, तो उनके साथ मौजूद कई डॉक्टरों ने इस बात से सहमत होने से इनकार कर दिया। वहीं, दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने भी इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
कुत्तों पर प्रयोग किया गया –
डॉ. डंकन ने भविष्य में इस शोध को दोबारा करने की कोशिश की और इस बार उन्होंने अपने प्रयोग में 15 कुत्तों को शामिल किया। इस शोध में कुत्तों का वजन मरने से पहले और बाद में एक समान था, उनमें कोई बदलाव नहीं देखा गया। जिसके बाद उनकी थ्योरी पर कई सवाल उठे. हालाँकि, इन सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मानव शरीर में आत्मा है, इसलिए इसका वजन है।
जबकि कुत्तों के शरीर में आत्मा नहीं होती, उनके वजन में कोई बदलाव नहीं आया। लेकिन सनातन धर्म और दुनिया भर के सभी वैज्ञानिकों का मानना है कि हर जीवित प्राणी में एक आत्मा होती है जो ऊर्जा रूप में होती है और उसी से किसी भी जीवित प्राणी या इंसान का शरीर चल रहा है।
FAQs
मरने के बाद इंसान के शरीर का वजन कितना होता है?
मरने के बाद मनुष्य के शरीर का वजन 21 ग्राम काम होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको आत्मा का वजन कितना होता है के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख आत्मा में कितना वजन होता है (Weight Of Soul) अच्छा लगा है, तो इसे अपनों के साथ भी शेयर करे।