चंद्र ग्रहण से एक दिन पहले चांदी का एक टुकड़ा एक बर्तन में रखें और उसे गंगाजल और दूध में डुबो दें। चंद्र ग्रहण के दिन इसे चंद्रमा की छाया में रखें। अगले दिन चांदी का वह टुकड़ा उठाकर अपनी तिजोरी में रख लें। यह उपाय आपके घर को धन से भर देगा।
यदि कोई व्यक्ति किसी पुराने रोग से पीड़ित है तो चंद्र ग्रहण के दिन गोमती चक्र को चांदी के तार में पिरो दें और उसे उस व्यक्ति के पलंग के सिरहाने बांध दें। ऐसा करने से उस व्यक्ति का रोग शीघ्र ही दूर हो जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति के जीवन में बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं या बार-बार बहुत परेशानी होती है, तो चंद्र ग्रहण की रात को 400 ग्राम चावल को दूध में भिगोकर चंद्रमा की छाया में रख दें। अगले दिन चावल को धोकर किसी बहती नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपके जीवन में हो रहे हादसों पर विराम लग जाएगा।
वैसे तो चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के समय आपको घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। पर अगर आप चाहते हैं कि आपकी आर्थिक तंगी दूर हो, तो इसके लिए चंद्र ग्रहण के दिन चंद्रमा की छाया में एक ताला रख दें। अगले दिन उसी ताला को किसी मंदिर में रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक तरक्की के रास्ते खुलेंगे और आपकी बंद किस्मत चमकेगी।
चंद्र ग्रहण से पहले स्नान आदि कर लें, सफेद वस्त्र धारण करे और उत्तर दिशा में आसन बिछाकर बैठ जाएं। इसके बाद चमेली के तेल का दीपक जलाकर अब एक हाथ में 5 गोमती चक्र लेकर एक हाथ में रुद्राक्ष की माला लेकर ‘ऊं कीली कीली स्वाहा’ मंत्र का जाप करें। यह जाप आप 21, 51 या 108 बार कर सकते हैं। इसके बाद जब जप पूरा हो जाए तो गोमती चक्र को एक डिब्बे में रख दें।
इसके बाद एक और छोटा डिब्बा लें और उसमें सिंदूर और दीया बुझाने के बाद बचा हुआ तेल डालें और डिब्बे को बंद कर दें। अब इन दोनों बक्सों को कार्य स्थल पर रख दें, यदि आप चंद्र ग्रहण के दिन यह उपाय करते हैं, तो प्रगति के मार्ग खुलेंगे।