बचत - चाणक्य नीति कहती है कि अगर महिला धन को बचाना जानती है। ज्यादा खर्चे नहीं करती है। अपनी निजी बजत के जरिए कुछ खजाना तैयार करती है। तो वो मुश्किल समय में परिवार के काम आता है।
ऐसी महिलाएं पति को भी आर्थिक संकट के दौर में मदद कर सकती है।
भाषा- अगर महिला व्यवहार में मृदुभाषी है। वो मीठा बोलती है तो ऐसी पत्नी को पाने वाला पति धन्य होता है।
ऐसे भाग्यशाली लोग ही होते है जिनकी पत्नी मृदुभाषी होती है। ऐसी पत्नी या महिला पूरे परिवार के साथ अच्छे संबंध रखते हुए परिवार की खुशहाली बढ़ाने का काम करती है।
परिवार के सभी लोग ऐसी महिला की तारीफ करते है। कुलमिलाकर एक पत्नी को महेशा मृदुभाषी होना चाहिए। कभी भी किसी से कड़वा नहीं बोलना चाहिए।
धर्म-कर्म में विश्वास - चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि महिला को हमेशा धार्मिक व्यवहार वाला होना चाहिए।
भगवान, देवी देवताओं पर और धर्म कर्म में महिला के विश्वास से उसका परिवार सुरक्षित रहता है।
महिला के धर्म कर्म और पूजा पाठ से परिवार पर आने वाली विपत्तियां भी दूर रहती है। पूजा पाठ से महिलाओं में सौम्यता भी आती है और कुदरत पर हमेशा भरोसा बना रहता है।
अच्छे पति के लक्षण - आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में पत्नी के लिए विशेषताएं बताई है वैसे ही पति की कुछ लक्षण भी बताए है।
अगर एक पति निष्ठावान होने के साथ साथ संतुष्ठ स्वभाव का है। रक्षक व्यक्तित्व और चौकन्ना रहता है तो उसकी पत्नी हमेशा खुश रहती है।
न सिर्फ पत्नी बल्कि ऐसे पुरूष परिवार को भी साथ लेकर चलने और उसकी सुरक्षा करने में सक्षम होते है।