बिजनेस में वाणी का विशेष ख्याल रखना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि वाणी मधुर रहने से व्यक्ति का हर कार्य सफल हो जाता है।
वहीं, कटु शब्द के प्रयोग से न केवल रिश्ता बिगड़ता है, बल्कि बिजनेस में घाटा का भी योग रहता है।
इसके लिए बिजनेस करते समय अपनी वाणी मधुर रखें। आसान शब्दों में कहें तो मधुरभाषी बनें।
किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उस पर गंभीर विचार करें।
खासकर, बिजनेस स्टार्ट करने से पहले जरूर विचार करें। एक बार शुरू करने के बाद बीच में न रोकें।
पूरी लगन और शिद्दत से अपने कार्य को करें। लोगों से विचार के आदान प्रदान में कई लोग असफलता की बात करते हैं।
इससे आप प्रभावित न हो। आपको धैर्यवान होना पड़ेगा।
इस बारे में आचार्य चाणक्य का कहना है कि पौधे को बड़ा होने में समय लगता है। इसके लिए धैर्यवान होकर अपने कार्य को सतत करते रहें।
आप भी जब बिजनेस स्टार्ट करें, तो अपने कार्य की भनक किसी अन्य को मत होने दें। आप अपनी प्लानिंग किसी से शेयर न करें।
अगर आप बिजनेस की बात अपनों से करते हैं, तो द्वेष रखने वाले लोग आपके काम में बाधा डाल सकते हैं।