दुश्मन के हथियार का पता लगाएं - चाणक्य नीति की मानें तो सबसे पहले दुश्मन के हथियार का पता लगाएं।
दुश्मन का हथियार ही आपका सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है। यानी कि आप दुश्मन की अच्छी व बुरी दोनों बातों के बारे में पता लगाएं।
ये पता चलने के बाद आप उसे उकसाने की कोशिश कर सकते हैं ताकि वह अपना आपा खो दे और क्रोधित हो कर अपना विवेक भी खो बैठे। दुश्मन से आधी बाजी तो आप वहीं जीत लेते हैं।
शत्रु को कभी घायल करके न छोड़ें - चाणक्य नीति में लिखा है कि कभी भी सांप और शत्रु को घायल करके छोड़ना घातक हो सकता है।
यदि रोग का पूरा इलाज न हो तो वह आपके जीवन को बर्बाद करने के लिए काफी होता है।
उसी तरह दुश्मन को घायल कर छोड़ देने पर वे आपको बर्बाद करने का या मारने का मौका ढ़ूंढ़ेंगे। वे मौका पाते ही आप पर झट से हमला कर देंगे।
अपने राज कभी किसी से न बताएं - चाणक्य नीति के मुताबिक जिस प्रकार सूखा पड़ने पर जमीन बंजर हो जाती है तो सभी उस राज्य को छोड़ कर हरे-भरे राज्य में प्रस्थान करते हैं ताकि जन-जीवन बचाया जा सके।
वैसे ही किसी को अपने सारे राज नहीं बताने चाहिए।
इसके अलावा शत्रु को मात देने के लिए कूटनीति का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।