ऑफिस में की ये 3 गलतियां तो छिन सकती है आपकी लीडरशिप

निर्णय लेने में असमर्थ - एक लीडर के तौर पर ये बहुत जरूरी है कि सही समय पर सही निर्णय लें, क्योंकि आपके निर्णयों पर ही टीम की परफॉरमेंस निर्भर करती है।

 जो इस कार्य में असमर्थ होते हैं वे लोग लीडर बनने में असफल हो जाते हैं। 

निर्णय लेने में देरी करना आपकी योग्यता पर सवाल खड़े करता है। 

गलतियों को बार-बार दोहराना - गलतियां सबसे होती है, लेकिन एक ही गलती को बार-बार करने पर माफ नहीं किया जा सकता क्योंकि वह आदत बन जाती है। ऐसे में खुद की गलतियों से सबक लेना बहुत जरूरी है।

कुर्सी पाने की इस होड़ में दूसरे मौके की तलाश में बैठे रहते हैं, एक ही गलती को दोहराना दूसरों को फायदा पहुंचना है। 

एक काबिल लीडर बने रहने के लिए हर काम के प्रति अपनी जवाबदेही स्वीकारना जरूरी है, इसलिए कभी भी जिम्मेदारी लेने से पीछे न हटें। 

जमाने के साथ बदलें - कहावत है जैसा देश वैसा भेस, इसे जितनी जल्दी समझ लें आपके लिए अच्छा होगा। 

चाणक्य कहते हैं कि वक्त के साथ अपनी कार्यशैली में भी बदलाव करते रहना चाहिए। नया नहीं सीखेंगे तो दूसरों से मुकाबला नहीं कर पाएंगे। 

जो नई तकनीक सीखने में कोताही बरतते हैं, खुद को अपडेट और अपग्रेड नहीं करते वे पीछे रह जाते है।