टिकट में लिखा है 'HA1' तो फिर कहां बैठेंगे आपको? जानिए इसका मतलब

रेल से सफर करते समय बहुत सी बार ऐसा होता है कि आपको अपना सीट नहीं मिल पाती है। 

जिससे बहुत समस्या होती है। आइए आज इसी से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी को समझते हैं -

जब आप अपनी सीट बुक करते हैं तो बहुत सी बार आपको अपनी सीट खोजने में बहुत समस्या आती है। 

ऐसे ही जब टिकट पर H1 लिखा होता है तो बहुत से लोग कंफ्यूज हो जाते हैं।  उन्हे समझ नहीं आता की आखिर उनकी सीट है किधर।

दरअसल, टिकट पर लिखा H1 एसी फर्स्ट क्लास के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 

जिस प्रकार से थर्ड एसी के लिए B, चेयर कार के लिए CC का इस्तेमाल होता है, वैसे ही फर्स्ट एसी की जानकारी देने के लिए H का इस्तेमाल किया जाता है। 

फर्स्ट एसी कोच में क्यूब या केबिन बने होते हैं। ये केबिन दो या चार सीट वाले होते हैं। 

अगर आपने दो टिकट की बुकिंग की है तो आपको एक केबिन आपको अलॉट हो जाता है, इसमें यात्रियों के लिए ए, बी, सी, डी के आधार पर सीट तय होती है।

फर्स्ट एसी की एक खास बात ये होती है कि इसमें एक साइड वाली सीट नहीं रहती हैं।  जबकि अन्य कोच में ये सीटें होती है।

फर्स्ट एसी में अलग-अलग कैबिन बने होते हैं और इन केबिन में स्लाइंडिंग वाला दरवाजा होता है। 

एक केबिन में 2 सीट होती हैं और कुछ केबिन में चार सीटें भी होती हैं।