कामयाबी की राह आसान बनाती हैं ये बातें

चाणक्य कहते हैं कि जो समय बीत चुका है उस पर रोने या उसे बार-बार याद कर पछताना बेकार है। 

इंसान ही गलती करता है. ये गलतियां दोबारा न हो इसलिए इनसे सबक लेकर वर्तमान को श्रेष्ठ बनाने की कोशिश करें और भविष्य की रणनीति पर ध्यान दें। 

चाणक्य के अनुसार शत्रु को कमजोर समझने की भूल न करें। उसे मात देने के लिए उसकी ताकत का सही अंदाजा लगाना बहुत जरूरी है तभी आप उस पर वार कर जीत पाएंगे। जल्दबाजी में आपका ही दांव उलटा पड़ सकता है। 

दुश्मन को पराजित करना है तो एकजुट होकर कार्य करें। एकता में अपार शक्ति होती है। 

जब बुरा वक्त चल रहा हो तो एक दूसरे की हौंसला अफजाई करते रहें। ये व्यक्ति को कमजोर होने से बचाती है। 

चाणक्य नीति कहती है कि जो मित्र मुंह पर मीठा और पीठ पीछे आपका ही अहित सोचता हो उसे त्यागना ही अच्छा है। 

क्योंकि जो सच्चे दोस्त होते हैं वह कभी गिरने नहीं देते न किसी की नजरों में और न ही किसी के कदमों में। 

गलती पर साथ छोड़ने वाल तो जीवन में बहुत मिलते हैं लेकिन आपकी गलती पर गौर उसे सही करने और सदा साथ निभाने वाला सच्चा मित्र कहलाता है। 

इन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।