पंचांग के अनुसार 24 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी जबकि 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा।
दिवाली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसके ठीक अगले दिन यानी गोवर्धन पूजा के दिन सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है।
सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है और दिवाली भी हर साल अमावस्या तिथि को ही मनाई जाती है।
पंचांग के मुताबिक, सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को दिन में 2 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा।
ज्योतिष के अनुसार, सूतक काल सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले ही लग जाता है।
इसलिए सूतक काल 24 अक्टूबर दिवाली की रात 2 बजकर 30 मिनट से ही मान्य होगा।
चूँकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इस लिए यह सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा।
चूँकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इस लिए यह सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा।