इन लोगों को कभी न आंके कम, खतरे में पड़ सकता है जीवन 

शत्रु, रोग, और सांप को समझने में कभी लापरवाही न करें, दोबारा हमला कर सकते हैं' - चाणक्य

शत्रु - अपने शत्रु को कभी नजर अंदाज करने की भूल न करें। शत्रु जब शांत हो तो ये कतई न समझें की उसने हार मान ली। ऐसे लोगों को हल्के में नहीं लेना चाहिए, ये मौका मिलते ही हमला करते हैं। 

खासकर जो दुश्मन दिखाई न दे और उसकी गतिविधियों कम पड़ जाए तो वह बेहद खतरनाक हो सकते हैं।  शत्रु पर विजय प्राप्त करनी है तो उसकी हर ताकत की जानकारी रखें। 

रोग - शरीर के साथ लापरवाही अच्छे-अच्छे बलवानों की भी जान खतरे में डाल देती है। रोग व्यक्ति का अद्श्य दुश्मन है। जिसका सही समय पर इलाज नहीं किया और कोताही बरती तो ये विक्राल रूप ले सकता है। 

बीमारियां व्यक्ति की सफलता में सबसे बड़ा रोड़ा है, क्योंकि इंसान अपने लक्ष्य को तभी प्राप्त कर सकता है जब तक वह स्वस्थ और सक्षम हो। 

सांप - चुप बैठा सांप कब पलटकर वार कर दें इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।  सांप के व्यवहार से उसकी ताकत को समझना मुश्किल है। 

ऐसे में सांप को कभी परेशान न करें नहीं तो लेने के देने पड़ सकते हैं। कहते हैं सांप घात लगाकर मनुष्य पर वार करता है।