यह चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखाई देगा।
भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा, इसलिए इसका सूतक भारत में प्रभावी नहीं रहेगा।
ग्रहण के समय से लेकर अंत तक गर्भवती महिलाओं को कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जैसे काटना, सिलाई या पिरोना जिसमें सुई या नुकीली चीज का इस्तेमाल किया गया हो। ऐसा माना जाता है कि इससे गर्भस्थ शिशु को नुकसान हो सकता है।