कब जरुरी है एकांतवास और कब लेना चाहिए लोगों का साथ

तप अर्थात तपस्या हमेशा अकेले और एकांत में करना चाहिए।  ऐसा इसलिए क्योंकि सांसारिक जीवन में कभी मन एकाग्रित नहीं किया जा सकता।

इसके लिए एकांतवास और अकेला रहना बहुत जरूरी होता है। 

पढ़ाई के समय 2 छात्रों को एक साथ पढ़ना चाहिए जिससे किसी भी सवाल पर अगर कठिनाई हो तो उसे हल किया जा सके। 

गाते समय तीन लोगों का होना जरूरी है क्योंकि इससे लय अधिक मधुर हो जाती है। 

कहीं जाते समय चार लोग जरूर होने चाहिए। इससे यात्रा सुगम हो जाती है। 

साथ ही वास्तु शास्त्र‌ में भी यह बताया गया है कि कभी भी तीन लोगों को एक साथ घर से नहीं निकलना चाहिए ऐसा करना अशुभ होता है। 

खेत में कम से कम पांच व्यक्ति जरूर होने चाहिए. इससे खेती का काम अधिक जल्दी पूरा हो जाता है। 

अंत में आचार्य बताते हैं की युद्ध में एक राष्ट्र या राज्य की रक्षा केलिए अनेक सैनिकों की आवश्यकता होती है।  इससे विजय होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। 

जो व्यक्ति आचार्य चाणक्य की इन बातों को समझ लेता है वह सफलता की राह पर अपने आप चलने लगता है।