यह चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखाई देगा।
भारत में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा, इसलिए इसका सूतक मान्य नहीं होगा।