शनि साल 2022 में 29 अप्रैल को मकर राशि की यात्रा को विराम देते हुए कुंभ राशि में प्रवेश कर लिया था, फिर जून में वक्री हुए और अब 12 जुलाई को वक्री शनि मकर राशि में आ जाएंगे। शनि देव इस प्रकार 6 महीनों के लिए मकर राशि में विराजमान रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 23 अक्तूबर 2022 तक शनि वक्री यानी उल्टी चाल ही चलेंगे। 12 जुलाई को शनिदेव सुबह के समय पर मकर राशि में आ जाएंगे जहां पर ये करीब 6 महीनों तक रहेंगे। फिर इसके बाद 7 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में अपनी यात्रा को आरंभ कर देंगे।
12 जुलाई को शनि के मकर राशि राशि में आने से एक बार फिर से धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी।
इस राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री अवस्था में दोबारा से मकर में प्रवेश किसी वरदान से कम नहीं है। भाग्य का भरपूर साथ आपको मिलेगा। नई बनाई गई रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी। नौकरी में बेहतर अवसरों की प्राप्ति होगी। धन लाभ की अच्छी संभावना है। परिवार में सुख-समृद्धि और शांति मौजूद रहेगी। धन का निवेश सोच समझकर करना फायदे में होगा।
आपके लिए शनिदेव बहुत कुछ अच्छा करने वाले हैं। धन लाभ और पैतृक संपत्ति से आपको लाभ के संकेत हैं। व्यापार में मुनाफा मिलने के अच्छे संकेत हैं। कार्यों में प्रगति मिलेगी। विदेश की यात्राएं संभव है। आने वाले समय आपके लिए फलदायी रहेगा।