हिंदू धर्म में गौशाला बनवाना और गायों की सेवा करना बेहद शुभ माना गया है। वहीं गरुड़ पुराण में बताया गया है कि गौशाला बनवा कर गाय की सेवा करना तो पुण्य का काम है ही, लेकिन यदि कोई व्यक्ति यदि गौशाला को देख ही लेता है तो वह भी उसके लिए बहुत शुभ होता है।
गाय को हिंदू धर्म में पूजनीय और माता समान माना गया है। ऐसी मान्यता है कि गाय का दूध मनुष्य के लिए अमृत के समान होता है। वहीं गरुड़ पुराण के अनुसार गाय के दूध को देख लेने मात्र से ही व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
अक्सर गाय अपने खुरों से जमीन को खुरचती रहती है, इस दौरान कुछ धूल निकलती हुई दिखाई देती है, जिसे गोधूलि कहते हैं। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो व्यक्ति गाय को इस तरह जमीन को खुरचते हुए देखता है, वह पुण्य का भागीदार होता है।
प्राचीन काल से ही गाय के गोबर का इस्तेमाल घरों के आंगन को लीपने और मांगलिक कार्यों में किया जाता रहा है। वहीं गरुड़ पुराण में कहा गया है कि यदि घर के सामने गाय गोबर करती है तो ये उस घर के लिए शुभ संकेत होता है।
हिंदू धर्म में गोमूत्र को बेहद पवित्र माना गया है। पूजा पाठ के दौरान गोमूत्र का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा आयुर्वेद में भी गोमूत्र का इस्तेमाल कई प्रकार की औषधियों में किया जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई व्यक्ति गोमूत्र देख भी लेता है तो उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।